जेएल न्यूज / JL NEWS
भोपाल(मध्य प्रदेश) / 17/05/2024
(रिपोर्ट – मुकेश सिंह)
वरिष्ठ पत्रकार के साथ 8साल से लिव इन मे रह रही आरोपी आकांशा देशमुख की गिरफ्ताऱी पर थाना कोहफ़िज़ा पुलिस पर उठ रहे सवाल आख़िर पुलिस का कौनसा अफ़सर है जो आदतन आरोपिया की गिरफ्ताऱी नहीं होने दें रहा??!!!
वरिष्ठ क्राइम रिपोर्टर अनम इब्राहिम का नाम तो सभी जानते हैं लेकिन एक सच अबतक सबतक नहीं पहुंच पाया थाना कोहफ़िज़ा क्षेत्र मे पिछले 8 वर्षो से पत्रकार के साथ लिव इन मे रह रही आकांशा देशमुख नामक आदतन रिकार्डसुदा महिला ने पिछली जून मे पत्रकार अनम इब्राहिम को पानी मे जहर मिलाकर दें दिया था
व पत्रकार के बेहोश होने के बाद आरोपीया आकांशा देशमुख, आयुष देशमुख, मयूर नामक मुंबई निवासी के साथ मिलकर कोहफ़िज़ा स्थित घर से नगदी एवं एप्पल मेकबुक व नसर्वोच्चतम न्यायालय व उच्च न्यायालय ,प्रेस कॉन्सिल ऑफ़ इंडिया, रास्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, MHA की आईपीएस (2) लॉबी एवं IB मे दर्ज मज़हबी कट्टरवादी आईपीएस अफसरों के विरुध जो प्रकरण पत्रकार अनम इब्राहिम के चल रहे थे वो समस्त दस्तावेजों को आरोपिया शराब के नशे मे चुरा कर ले गई गौरतलब है की आरोपीया के विरुध आपराधिक प्रकरण दर्ज़ होने के उपरांत भी थाना कोहफ़िज़ा पुलिस दागी इस्लामिक कटटरवादी आईपीएस अफ़सर के इशारे पर आरोपीया को गिरफ्तार नहीं कर रही है नाही
पूछताछ हेतु थाने बुला रही है जब की महिला आरोपी विगत एक वर्ष से फरार चल रही है बता दें की फरियादी की माने तो माननीय सुप्रीम कोर्ट व उच्च न्यायालय मे श्री विवेक अग्रवाल जी के कोर्ट मे चल रहे आरोपी अफसरों के विरुध प्रकरण से बचने के लिए आरोपी अफसरों ने आदतन आरोपी महिला से जहरखुरानी करवा या चोरी करवाई है जिस कारण थाना कोहफ़िज़ा पुलिस माननीय न्यायालय से आरोपी अफसरों को बचाने की गरज से जानबूझकर आरोपीया से पूछताछ नहीं कर रही व गिरफ्तारी करने से पीछे हट रही है बता दें की आरोपी आकांशा देशमुख पर पूर्व मे भी थोकबंद अपराध दर्ज़ है साथ ही पूर्व के गंभीर अपराधो मे भी आरोपिया आकांशा देशमुख को थाना गोविंदपुरा पुलिस ने घेराबंदी कर गिरफ्ताऱ भी किया था एक मामला तो खुद आरोपी महिला पर तीन सीनियर आईपीएस अफसरों ने गवाही देकर थाना क्राइम ब्रांच भोपाल मे दर्ज करवाया था जिसमे भी आरोपी आज दिनांक तक फरार चल रही है बतादें की
शराब के नशे मे धुत होकर आकांशा देशमुख ने अपने आप को हिंदुस्तान टाइम्स की एडिटर बता सीनियर आईपीस तत्कालीन भोपाल आईजी ए साईं मनोहर ,तत्कालीन एसपीराम जी श्रीवास्तव, तत्कालीन डीआईजी इरसाद को फ़ोन लगा धमकाया था की तुम लोगो की विडिओ ऑडिओ मेरे पास रखी है जिसके बाद तीनो अफसरों ने आकांशा देशमुख के विरुध थाना क्राइम ब्रांच मे कथन देकर FIR दर्ज करवाई थी बता दें की क्राइम ब्रांच की जाँच मे जब हिन्दुस्तान टाइम के सीनियर एडिटर के कथन हुए तो पता चला की आदतन आरोपी आकांशा देशमुख नामक कोई भी महिला हिंदुस्तान टाइम्स मे नहीं है लम्बे समय से मिडिया के नाम से ऑडिबाज़ी करने वाली मिडिया को बदनाम करने वाली रिकार्डसुदा महिला से आख़िर पूछताछ करने मे थाना कोहफ़िज़ा पुलिस को अपराध दर्ज करने के बाद एक वर्ष क्यों लग गए? आख़िर ऐसा कौनसा अफ़सर है जिसके कहने पर थाना कोहफ़िज़ा पुलिस पद का दुरूपयोग कर माननीय न्यायालय की कार्यवाही मे बाधा उत्पन कर आरोपिया को बचा रही है?
वैसे पता चला है की दिल्ली प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया के अंदर सीनियर क्राइम रिपोटर अनम इब्राहिम जल्द प्रेशवार्ता के माध्यम से बड़ा ख़ुलासा करने वाले हैं, जिसमे पुलिस सुरक्षा मे रहने के बाद वरिष्ठ पत्रकार अनम इब्राहिम पर बार बार जानलेवा हमला करवाने एवं झूटी शिकायतें करवाने वाले गिरोह का सबूत के साथ ख़ुलासा करेंगे।